सुखमय अतीत बने संबल। सुखमय अतीत बने संबल।
मीठी हो या हो कड़वी, यादों को मिटा सकते नहीं। मीठी हो या हो कड़वी, यादों को मिटा सकते नहीं।
जितना वो ख़ुद के लिए जीती वहीं तो बताएंगी। जितना वो ख़ुद के लिए जीती वहीं तो बताएंगी।
अलविदा हमेशा के लिए सदा खुश रहो अपनी दुनिया में। अलविदा हमेशा के लिए सदा खुश रहो अपनी दुनिया में।
वो एक पिता की चिन्ता है जिसे शायद वो तभी समझ पायेगा जब वो खुद पिता बनेगा ! वो एक पिता की चिन्ता है जिसे शायद वो तभी समझ पायेगा जब वो खुद पिता बनेगा !
लेकिन ज्यादा चाय पीना सेहत के लिए अच्छा नहीं होता। लेकिन ज्यादा चाय पीना सेहत के लिए अच्छा नहीं होता।